दुर्ग ,प्रदेश में आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन बड़ी तैयारी में जुट गया है। हाल ही में पंजाब और उत्तराखंड में आई बाढ़ ने पूरे देश को सावधान कर दिया। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को मॉक ड्रिल करने के निर्देश जारी किए हैं।

अब छत्तीसगढ़ सरकार ने भी 15 जिलों में मॉक ड्रिल कराने का आदेश दिया है। दुर्ग जिले में यह अभ्यास 25 सितंबर को सुबह 9 बजे शिवनाथ नदी के महमरा और पीसेगांव घाट पर होगा
करीब 300 कर्मचारी इस मॉक ड्रिल में शामिल होंगे। इसमें पुलिस, पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ समेत सभी विभाग मिलकर राहत और बचाव का अभ्यास करेंगे। यह ड्रिल करीब 7 घंटे तक चलेगी, जिसके बाद समीक्षा भी होगी ताकि भविष्य में किसी भी चूक को सुधारा जा सके।
जिला सेनानी एवं अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह मॉक ड्रिल तीन अहम बिंदुओं पर आधारित होगी—
1) बाढ़ से पूरा इलाका डूब जाए तो कैसे राहत पहुंचाई जाए।
2) अगर कोई व्यक्ति पेड़ या छत पर फंस जाए तो सुरक्षित तरीके से कैसे निकाला जाए।
3) बारिश-बाढ़ में पुल-पुलिया बहने पर राहत और बचाव कैसे किया जाए।
यह फैसला राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण दुर्ग के संयुक्त तत्वाधान में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लिया गया।
जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि मॉक ड्रिल के दौरान अफवाहों से बचें और शांति बनाए रखें। यह अभ्यास केवल आपकी सुरक्षा के लिए है।







