तिरगा (दुर्ग)।
“समय पर निदान, सुरक्षित पशुधन, समृद्ध किसान” के संकल्प के साथ दुर्ग जिले में पशुओं के बेहतर स्वास्थ्य, संरक्षण एवं संवर्धन हेतु विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। पशुधन विकास विभाग की ओर से पशु चिकित्सालय तिरगा में यह कार्यक्रम मोबाइल यूनिट दुर्ग, पशु चिकित्सालय तिरगा, जिला रोग अन्वेषण प्रयोगशाला दुर्ग एवं राज्य स्तरीय रोग अन्वेषण प्रयोगशाला रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।

शिविर में गांव के गणमान्य नागरिक, ग्राम पंचायत तिरगा उपसरपंच सुखित राम, पंचगण व सचिव सहित बड़ी संख्या में पशुपालक उपस्थित रहे। ग्रामीणों के गौवंश, भैंसवंश, बकरी एवं भेड़ जैसे पशुओं के रोग निदान हेतु रक्त नमूना, गोबर नमूना, सिरम व ब्लड नमूना लिया गया।

साथ ही अच्छी नस्ल सुधार एवं पशु संरक्षण को लेकर विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया गया।
इस अवसर पर डॉ. आर.के. चौरसिया, डॉ. एम.सी. देशमुख, डॉ. बिंदेश्वरी सिरमौर, अशोक पटेल (लैब), एस.के. साहू, आर.एस. भुवाल, एन.पी. कन्नोजे, ए.आर. देशमुख, दीपनारायण, प्रवीण दिल्लीवार, लुकेश देशमुख, रामसिंह बेलचंदन, उर्मिला देशमुख (पशु सखी तिरगा) सहित समस्त पंचगण एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।

यह शिविर न केवल पशुओं की बीमारियों के निदान व रोकथाम में सहायक होगा, बल्कि किसानों को बेहतर पशुपालन एवं नस्ल सुधार की दिशा में भी जागरूक करेगा।







