विमल थापा भिलाई-+918815511828

भिलाई, ऑर्गन डोनेशन दिवस के अवसर पर आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल और साईं महाविद्यालय सेक्टर-6 के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में हुआ, जिसमें आरोग्यम अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. मंडल ने छात्रों और स्टाफ को अंगदान के महत्व, प्रक्रिया और इसके सामाजिक लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. मंडल ने कहा कि अंगदान एक अमूल्य उपहार है, जो किसी जरूरतमंद को नया जीवन और जीने की उम्मीद देता है। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति के शरीर दान से कई लोगों को जीवनदान मिल सकता है। अंगदान में नेत्र, लिवर, किडनी, पेनक्रियाज, हृदय, फेफड़ा, त्वचा, हड्डी, हृदय वॉल्व और कनेक्टिव टिशु जैसे अंग और ऊतक शामिल होते हैं, जो जरूरतमंद मरीज के लिए नई जिंदगी का द्वार खोल सकते हैं।

आरोग्यम हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. नवीन राम दारुका ने कहा कि अंगदान एक महान सेवा है, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को जीवन का दूसरा मौका देती है। उन्होंने इसे मानवता का सर्वोच्च रूप बताते हुए कहा कि यह केवल अंग दान नहीं, बल्कि उम्मीद, साहस और प्रेम का संदेश है।

कार्यक्रम में साईं महाविद्यालय से प्राचार्य डॉ. डी.बी. तिवारी, सहायक IQAC कोऑर्डिनेटर डॉ. सोनल खंडेलवाल, डॉ. अर्पिता मुखर्जी, डॉ. प्रतिभा गुमस्ता, श्रीमती प्रिया भट्टाचार्य और सुश्री नेहा बंसल मुख्य रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री हरमीत सिंह ने छात्रों को प्रेरित करते हुए अंगदान के प्रति उत्साहित किया और कहा कि युवाओं में जागरूकता फैलाकर ही हम समाज में वास्तविक बदलाव ला सकते हैं।
कार्यक्रम का माहौल भावनात्मक और प्रेरणादायक रहा, जिसमें मौजूद सभी लोगों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं और अपने आसपास के लोगों को अंगदान के लिए जागरूक करेंगे, ताकि हजारों जिंदगी बचाई जा सकें।







