मध्यप्रदेश शासनकाल में निर्मित चौकी को पूर्ण थाना बनाने की मांग — ढालेश साहू

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रिपोर्टर – मो युसूफ खान दुर्ग ग्रामीण

(अंजोरा (ख) चौकी का मामला — पदमनाभपुर (दुर्ग) व जेवरा-सिरसा को मिला थाना का दर्जा, अंजोरा (ख) आज भी उपेक्षित)

दुर्ग // दुर्ग ग्रामीण विधानसभा अंतर्गत व दुर्ग जनपद पंचायत के जनपद सदस्य और किसान नेता ढालेश साहू ने आज एक बार फिर अंजोरा (ख) क्षेत्र के नागरिकों की वर्षों पुरानी मांग को जोर-शोर से उठाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शासनकाल के दौरान वर्ष 1989–90 में बनी अंजोरा (ख) पुलिस चौकी को अब पूर्ण थाना में परिवर्तित किया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि इसी अवधि में पदमनाभपुर (दुर्ग) और जेवरा-सिरसा में भी पुलिस चौकियों की स्थापना की गई थी, जिन्हें शासन द्वारा थाना का दर्जा दे दिया गया है। लेकिन अंजोरा (ख) चौकी, जो राष्ट्रीय राजमार्ग, औद्योगिक क्षेत्र, शासकीय संस्थानों और तेजी से बढ़ती जनसंख्या के केंद्र में स्थित है, उसे आज भी चौकी के रूप में ही चलाया जा रहा है — *जो कि प्रशासनिक असमानता और भेदभाव का स्पष्ट संकेत है।*

*ढालेश साहू ने जिला कलेक्टर को जनदर्शन कार्यक्रम में ज्ञापन* सौंपते हुए इस मुद्दे को शासन स्तर पर प्राथमिकता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में महिला अपराध, साइबर ठगी, भूमि विवाद, पासपोर्ट सत्यापन जैसे मामलों की भरमार है, और स्थानीय थाना नहीं होने के कारण लोगों को दूरस्थ थानों पर निर्भर रहना पड़ता है।

*उन्होंने कहा* कि यदि शासन इस दिशा में ठोस कदम उठाता है तो यह फैसला प्रशासनिक समानता, नागरिक सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक साबित होगा। क्षेत्र की जनता भी अब इस मांग को लेकर एकजुट है और जल्द ही जन हस्ताक्षर अभियान शुरू करने की योजना है।

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