



रिपोर्टर – मो युसूफ खान दुर्ग ग्रामीण
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दुर्ग ग्रामीण विधानसभा
भारतमाला परियोजना के खिलाफ ग्राम करगाडीह के ग्रामीणों में आक्रोश बढ रहा है। 4 अगस्त को कार्यस्थल पर ग्रामीण चक्कजाम व प्रदर्शन करेंगे।ग्रामवासी सड़क से अलग बन रहे पुल निर्माण का कर रहे है विरोध। ग्रामीणों का कहना है कि भारतमाला परियोजना जिस स्थान पर पुल बना रहा है वहाँ ठीक सामने एक निजी मकान है जिसके कारण खतरनाक मोड़ पड़ेगा ।जिससे गंभीर दुर्घटना की सम्भावना बना रहेगी। तथा पुल कि कम ऊचाई के कारण किसानों का हार्वेस्टर व अनाज से भरी ट्रैक्टर, बड़े वाहन पार नहीं हो सकते। जिससे उनको काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।इससे करगाडीह के अलावा बोरीगारका, मातरोडीह, कातरो, रिसामा, मतवारी व चिरपोटी आदि सात ग्राम भी प्रभावित होंगे। विदित हो कि भारतमाला परियोजना ग्राम करगाडीह से होकर गुजर रहा है। जोकि उतई रिसामा खप्पड़वाड़ा टू लाइन मार्ग को क्रास कर रहा है। जहाँ विभाग द्वारा उक्त सडक पर पुल नहीं बनाकर उसके बगल से बना रहे है। जोकि सड़क से नीचे है तथा पुल के सामने निजी मकान है जिसके कारण खतरनाक मोड़ पड़ेगा व उस पुल के नीचे पानी भी भर जायेगगा व ऊचाई कम होने के कारण और कई प्रकार के मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। जिसके कारण ग्रामीणों में काफ़ी आक्रोश है। इस संदर्भ में ग्राम के सरपंच करन सेन का कहना है कि ग्राम पंचायत द्वारा दुर्ग कलेक्टर, विधायक ललित चंद्राकर, सांसद विजय बघेल को आवेदन देकर इस समस्या से अवगत करा चुके है। तथा अभनपुर में विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को भी अवगत करा चुके है। विभाग के अधिकारियो का कहना कि तकनिकी रूप से पुल का निर्माण जहाँ हो रहा है वही होगा स्थान परिवर्तन नहीं किया सकता आप लोगों को जो करना है। कर सकते हो। इस विषय को लेकर ग्रामीणों ने बैठक किया जिसमें ग्रामीणों ने शासन प्रशासन व भारत माला परियोजना के अधिकारियो के प्रति आक्रोश जाहिर किया । 4 अगस्त सोमवार को सुबह 10 बजे से उग्र प्रदर्शन व चक्काजाम करने का निर्णय लिया। इस संदर्भ में दुर्ग जनपद पंचायत उपाध्यक्ष राकेश हिरवानी ने कहा कि जब ग्राम पंचायत द्वारा शासन प्रशासन को इस समस्या से अवगत करा चुके है उसके बाद भी भारतमाला परियोजना के अधिकारियो के कानो में जू तक नहीं रेंग रहा है। जिससे यह साबित होता है ।कि या तो परियोजना के अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे है या तो ये शासन प्रशासन के लोग सिर्फ औपचारिकता ही निभा रहे है।उपसरपंच रूपेंद्र साहू ने कहा कि परियोजना के अधिकारियो को स्थानीय लोगों से उनके खेती किसानी व आवागमन को लेकर कोई चर्चा नहीं किया। जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हो रहा है।अब हमारे पास प्रदर्शन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। अब वहाँ पर जो भी अव्यवस्था होगा उसके लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा।बैठक में सरपंच करन सेन, उपसरपंच रूपेंद्र साहू,जामवंत गजपाल, वीरेंद्र चंदेल,कौशल साहू, गजानंद साहू आदि पंचगणगण सहित संतोष सोनवानी, मनीष सोनवानी,प्यारेलाल बघेल,भेखचंद साहू,नरेश साहू, मूलचंद मांडले, ओम प्रकाश यादव, बसंत सोनवानी,अशोक यादव,पुनुक साहू, बिहारी साहू, नितीश साहू, रामेश्वर साहू,हीरोज साहू, राहुल पाटिल, हिंछा साहू,त्रिलोकी यादव व बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।