



गरियाबंद:- महिला वंदन योजना लागू कर भाजपा ने महिलाओ के प्रति सम्मान का अपना रुख साफ कर दिया है,कहा जा रहा है इस बार लोकसभा चुनाव में भी केंद्रीय नेतृत्व कई सीटों पर महिलाओ को प्राथमिकता देगी।संगठन के रूख को भाप कर कई महिला नेत्री लोकसभा में अपनी दावेदारी ठोकना शुरू कर दिया है। इस बीच अमलीपदर निवासी विभा अवस्थी ने भी लोकसभा प्रत्याशी के लिए अपना दावा ठोका है। विभा वर्तमान में केंद्रीय रेल बोर्ड की पीएसी मेंबर हैं। हाईकोर्ट के वकील होने के साथ ही क्षेत्रीय समस्या को लेकर जूझने के कारण स्थानीय जनता में भी अच्छी पकड़ मानी जाती है। विभा की पारिवारिक पृष्ठ भूमि ससुराल व माइका दोनों जनसंघ से जुड़ाव की है। उनके ससुर स्वर्गीय योगेन्द्र अवस्थी भाजपा के कर्मठ नेताओं में गिने जाते रहे है। मैनपुर जनपद पंचायत में जनपद सभापति भी चुनी जा चुकी हैं।
*संगठन में अच्छी पकड़*:-वर्ष 2006 से विभा भाजपा के मंडल में महिला मोर्चा से संगठन की जिम्मेदारी निभाना शुरू किया,सिलसिला जारी रहा। गरियाबंद जिला अस्तित्व में आते ही भाजपा महिला प्रकोष्ठ के प्रथम जिला अध्यक्ष को जिम्मेदारी संभाल जिले में महिलाओ को संगठन में तेजी से जोड़ा। इसके बाद जिला में विभिन्न प्रकोष्ठो के कोषाध्यक्ष, सयोजक की जवाबदारी भलीभांति निर्वाह किया,विभा की सक्रियता के चलते उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल कर लिया गया।वर्तमान में प्रदेश महिला मोर्चा में महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही विभा भाजपा चुनाव समिति जैसे अहम ओहदे की सदस्य भी रह चुकी है।संगठन में अच्छी पकड़ होने का फायदा भी उनकी दावेदारी को मिल सकता है।
*रेल बोर्ड के सदस्य राजस्थान के सीएम बन गए*:- भाजपा केंदीय नेतृत्व ने रेल बोर्ड के सदस्य भजनलाल शर्मा को विधानसभा में न केवल उतारा बल्कि उनके पहली बार विधायक बनते ही राजस्थान के सीएम का ताज पहना दिया।एमपी के अभिलाष पांडे समेत बोर्ड के 4 सदस्य को विधानसभा में अवसर दिया गया था। ऐसे में लोकसभा में भी रेल बोर्ड सदस्य विभा अवस्थी की दावेदारी पर विचार हो सकता है।
*सामान्य वर्ग से थे,कई बार जीते ये नेता*:-महासमुंद लोकसभा को लेकर एक वर्ग विशेष की बहुलता को लेकर लगातार दावे किए जाते रहे है कि उसी पिछड़े वर्ग के प्रत्याशी ही जीत दिला सकते हैं। लेकिन लोकसभा के इस सीट पर सामान्य वर्ग से श्यामाचरण शुक्ल,विद्याचरण शुक्ल,पवन दीवान जैसे दिग्गज नेता इस सीट के जातिगत समीकरण में सटीक बैठ कर जीत दर्ज दिला चुके हैं।विभा अवस्थी समान्य वर्ग से आती है, ऐसे में जातिगत समीकरण के दृष्टिकोण से भी उनकी दावेदारी पर विचार किया जा सकता है।
*मांग कर रही हु,आलाकमान के ऊपर रहा तय करना*:-अपनी दावेदारी को लेकर विभा अवस्थी ने कहा कि मैंने अपनी दावेदारी प्रस्तुत किया है। प्रदेश संगठन से जुड़ी हु,संगठन के कार्य से प्रदेश भर में आना जाना है। लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्र से समर्थकों की भी मांग थी,इसलिए दावेदारी कि हु। अब निर्णय लेना आलाकमान पर है,जो भी निर्णय होगा शिरोधार्य करूंगी।