



अंडा / संसद की कार्रवाई व संसद भवन में विपक्षी सांसदो द्वारा सदन कि अवमानना करने को लेकर विपक्षी सदस्यों को वर्तमान शीतकालीन सत्र की विशेष अवधि के लिए निलंबित करना।
व निलंबित सांसद द्वारा उप राष्ट्रपति व राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ की शारीरिक संरचना व गतिविधियों की नकल करना ,सांसदों को शोभा नहीं देता।
लोकतंत्र की मंदिर कहे जाने वाले संसद भवन को सांसदों के ही द्वारा अपमानित किया जा रहा है, एक तरफ सत्ता पक्ष में बैठे लोग विपक्ष की बातों को सुनना नहीं चाहता, और दूसरी तरफ विपक्ष में बैठे लोग सत्ता पक्ष को नीचा दिखाने की कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहता।
शायद यह सांसद भूल गए हैं, कि सदन की कार्रवाई आपसी सामंजस्य व सहयोग से चलता है, नैतिक मूल्यों व सैद्धांतिक विचारधाराओं को सामने रखते हुए लोगों की विकास उनके मूलभूत सुविधाएं जैसे तमाम संबंधित विषयों पर चर्चा की जाती है।
पर आज यह दिखाई नहीं दे रहा है। आपसी नोक झोक व तानासाही बर्ताव से यह लगने लगा है। मानो बंदूक व तलवार चलाये बिना ही इस लोकतंत्र के मंदिर को खून से रंगा जा रहा है।
दुर्ग ग्रामीण अंडा से
मो. युसूफ खान