सात लोगों से शुरू हुआ Help and Serve Foundation का सफर, 1 साल में जुड़ गए 200 लोग, उदद्देश्य हर ज़रूरतमंद की हो मदद , हर एक व्यक्ति के मन में करुणा,मदद और सेवा करने की भावना जगा सके

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Help and Serve Foundation के द्वारा एक साल से कम समय में 180 से ज्यादा सफल social कार्यक्रम या Donation Drive कराये गये वो भी बिना किसी सरकारी वित्तीय मदद के।

नवंबर 2022 में रायपुर में पढ़ाई के दौरान ज़रूरतमंद लोगो कि सेवा का ख्याल साथ रहते दोस्तों के मन में आया। फिर पहली बार सभी लोग संडे को छुट्टी के दिन एक साथ निकले और सड़क पर बैठे मवेशियों में रेडियम बेल्ट बांधा। इसकी जानकारी हमारे अन्य साथियों को हुई उन्होंने भी इस तरह के कार्य में साथ देने की दिलचस्पी दिखाई।
वर्तमान में रायपुर, धमतरी, दुर्ग, भिलाई, अहिवारा, बालोद और डौन्डीलोहारा में कार्यरत है। हमारा उद्देश्य है कि जहां भी लोगों को जरूरत पड़े वहां पहुंचकर जरूरत अनुसार उनको सेवा दी जाए।

हेल्प एंड सर्व फाउंडेशन के युवाओं में जीव सेवा की भावना कूट-कूट कर भरी है। यही नहीं गायों की सेवा को भी ये अपना मूल मंत्र मानते हैं।संस्था के सदस्य जहां भी जरूरतमंद लोगों को देखते हैं तो तुरंत उनकी सेवा में भिड़ जाते हैं। संस्था के सदस्य न केवल मुकबधिर स्कूलों, वृद्धआश्रमों में पहुंचकर उनकी सेवा करते हैं बल्कि सड़क किनारे घूम रहे बेसहारा लोगों को भी मदद पहुंचाते हैं उन्का इलाज और पुनर्वास कराते है और उन्हें एक नया जीवन देने का प्रयास करते है।

संस्था के सदस्यों को इस तरह की सेवा करने से मन की शांति मिलती है। आसपास ही बहुत से ऐसे लोग हैं जो अभावों में जीते हैं, हम यदि उनके लिए कुछ कर सकें तो यह हमारा सौभाग्य है। इसी सोच के साथ संस्था के सभी सदस्य जीवों की सेवा में लगे रहते हैं चाहे वह मानव हो या मवेशी। संस्था द्वारा ब्लड डोनेशन, असहाय बच्चों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था, वंचित बच्चों का जन्मदिन मनाना, ट्री प्लांटेशन, ज़रूरतमंद को कंबल, कपड़े और जूते बाटना, अस्पताल में खाना बांटना, दवाई की व्यवस्था आदि किया जाता है।

संस्था की खास बात यह है कि इसमें सभी सदस्य युवा हैं, जो या तो पढ़ रहे हैं या अभी-अभी पढ़ाई के बाद व्ययसाय में लगे हैं।

ज़रूरतमंद बच्चों के स्कूलों में पहुंचकर उन्हें न केवल मदद पहुंचाते हैं बल्कि अन्य क्रियाकलापों में उनको पारंगत भी करते हैं। संस्था के सदस्य अपना जन्मदिन अपने घरों में धूमधाम से मनाने के अलावा वृद्ध आश्रम या किसी दिव्यांग स्कूलों में पहुंचकर बच्चों के बीच मनाते हैं।ऐसा करने के पीछे एक ही उद्देश्य है कि हम अपनी खुशी में उन लोगों को भी शामिल करें जिनके जीवन में इस तरह के खुशियों के पल नहीं आते। कई त्यौहार व उत्सव इन लोगों के साथ मनाते हैं। राष्ट्रीय पर्वों में भी इनके बीच पहुंचकर बच्चों को खेल, ड्राइंग पेंटिंग आदि क्रियाकलाप कराते हैं।

आगे आने वाले समय में संयोग मिलने पर पूरे छत्तीसगढ में Help and Serve Foundation अच्छा काम करने का लक्ष्य रखते है।

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